रजवाड़ा में तैलिक साहू समाज ने दो धर्मशालाओं के लिए भूमि पूजन किया
साहू तैलिक समाज की सामाजिक और राजनीतिक हिस्सेदारी को मजबूत करने के लिए प्रखंड के दो स्थानों पर धर्मशाला निर्माण हेतु भूमि पूजन कार्यक्रम भव्य रूप से हुआ। कार्यक्रम में समाज की एकता, शिक्षा, संगठन और राजनीतिक जागरूकता पर जोर दिया गया।
दलकावा रोड स्थित स्थल पर रामकेवल साह, देवन साह, हरि साह, रामनारायण साह और सुरेंद्र साह ने कुल 10 डिसमिल जमीन दान दी। सोनबरसा रोड पर डाक बाबू सत्येंद्र साह ने 7 डिसमिल भूमि दान की। इसके अलावा समाज द्वारा खरीदी गई 7 डिसमिल जमीन भी धर्मशाला निर्माण के लिए समर्पित की गई। कुल 24 डिसमिल भूमि समाज को मिली।
कार्यक्रम की शुरुआत शिरोमणि माता कर्मा बाई और भामा साह के जयकारों के साथ दीप प्रज्वलन से हुई। अध्यक्षता संजय कुमार रवि ने की। संचालन वीरेंद्र रवि ने किया। मुख्य अतिथि जिला अध्यक्ष विनोद प्रसाद को डॉ. अजय कुमार ने अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
समारोह में अधिवक्ता रामनरेश साह ने कहा कि समाज की राजनीति में हिस्सेदारी बहुत कम है। इसे बदलने के लिए संगठित होना जरूरी है। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ वोटर बनकर रह गए हैं, अब नेता बनना होगा। सेवक बनकर जनता के बीच काम करना होगा।” उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक समाज संगठित नहीं होगा, तब तक पहचान मजबूत नहीं हो सकती।
संजय कुमार रवि ने कहा, “हमारी संख्या कम नहीं है। हमें अपनी ताकत पहचाननी होगी और एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा।” जिला परिषद उपाध्यक्ष ईश्वर नारायण साह ने कहा कि समाज को संगठित कर राजनीतिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि जातीय सम्मेलन समाज को ऊर्जा और एकता की भावना देते हैं।
वक्ताओं ने कहा कि तैलिक साहू समाज की पारंपरिक पहचान व्यवसाय रही है। अब समय है कि समाज शिक्षा, प्रशासन और राजनीति में भी मजबूती से आगे बढ़े। इसके लिए सभी वर्गों को मिलकर प्रयास करना होगा।
कार्यक्रम को जिला महामंत्री चितरंजन साह, संगठन मंत्री एवं अधिवक्ता बालवीर चंदू, राजद व्यवसायिक प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष राम कैलाश साह, दिलीप कुमार, मुखिया रितेश कुमार, नरेंद्र साह, जीवछ साह, शत्रुधन साह, सियाशरण साह, हुलास साह, शिवनारायण साह, जगदीश साह, डॉ. मिथुन, कृष्णदेव साह, प्रेम प्रकाश साह, डॉ. शंकर साह, स्वतंत्र कुमार, नागेंद्र साह, रामबहादुर साह, नथुनी साह, शशि कुमार, डॉ. सुरेंद्र, उमाकांत कुमार समेत अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।
सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुषों की उपस्थिति ने समाज की एकता और जागरूकता का परिचय दिया। आयोजन को सामाजिक समर्पण, संगठनात्मक विकास और राजनीतिक चेतना का संगम माना जा रहा है।
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