जलसे की जगह शिक्षा एवं गरीबों में खर्च करें राशि : मौलाना तौसीफ रजा
प्रखंड के मधेसरा पंचायत में मदरसा दारूल उलूम गौसिया हिमायतुल इस्लाम के तत्वाधान में फतहपुर स्थित नूरी मोहल्ला में रहमत ए आलम कांफ्रेंस का आयोजन मौलाना मोहम्मद इजराइल की अध्यक्षता में की गई।कॉन्फ्रेंस का नेतृत्व मौलाना शमीम अहमद खान ने की तो संचालन मौलाना महबूब गौहर ने।विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रख्यात इस्लामिक विद्वान पीरे तरीकत मौलाना तौसीफ रजा ने कहा कि जलसे पर रूपया खर्च करने की जगह बच्चों के शिक्षा एवं गरीबों पर खर्च करने की नसीहत दी। उन्होंने बिहारवासियों की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के लोग देश में एक अलग स्थान रखते हैं। यहां के लोग शिक्षा और राजनीति में आगे रहे हैं।वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने जलसा को संबोधित करते हुए कहा कि आज दहेज एक सामाजिक अभिशाप बन गया है। इस अभिशाप के कारण कितनी बच्चियां अपनी जिंदगी की जंग हार रही हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान प्रजातांत्रिक देश है। यहां सबको जीने और बोलने का हक है।जलसा को मौलाना नुमान अख्तर समेत अन्य मौलानाओं ने भी संबोधित किया। वहीं शायर इस्लाम शमीम फैजी, गुलाम मुरे मोजस्सम, कैसर वैशालवी, वकार ताबीश ने नात एवं हम्द पढ़ा। वहीं मदरसा से शिक्षा ग्रहण कर हाफिजे कुरान बने 13 हाफिजों की इस अवसर पर दस्तारबंदी की गई। पीरे तरीकत मौलाना तौसीफ रजा ने फतहपुर मदरसा के सचिव मौलाना शमीम अहमद खान को सिलसले रिजवीया में दाखिल करते हुए ऐजाजत व खिलाफत से नवाजे हुए उनके सर पर दस्तार ए खिलाफत बांधी।जलसा के सफल आयोजन को लेकर कार्यकताओं की टीम बनाई गई थी। देर शाम से शुरू हुई जलसा सुबह 4 बजे तक चलती रही। विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए विभिन्न स्थानों पर इन कार्यकताओं को लगाया गया था। आंगुतकों के सुविधा को देखते हुए पेयजल एवं पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। मदरसा के अध्यक्ष मो कलीमुल्लाह खान, सरपंच जहांगीर अहमद खान, पूर्व मुखिया सदरेआलम खान, समाजसेवी नसीम अहमद उर्फ नसु खां, मो नसरुद्दीन खान जलसा के सफल आयोजन के जलसा स्थल पर सक्रिय रहे। पुलिस प्रशासन भी शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुस्तैद दिखी। जलसा में मौलाना नसीम अख्तर नजामी, कारी शाहनवाज, ईलाका के गणमान्य से लेकर आमजनों की हजारों की संख्या में मौजूदगी रही।
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